क्या आप जानते हैं कि आपके फोन का एक क्लिक आपको लाखों के नुकसान में डाल सकता है?
उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग अब फिशिंग लिंक, फर्जी कॉल्स और ऐप्स के जरिए लोगों के बैंक अकाउंट तक पहुंच बना रहे हैं।
यहां हम आपको बता रहे हैं 7 आसान तरीके, जिनसे आप खुद को और अपने परिवार को साइबर ठगी से बचा सकते हैं।
1. अनजान लिंक पर क्लिक न करें
अगर किसी SMS, ईमेल या WhatsApp मैसेज में लुभावना ऑफर या लकी ड्रा दिखे, तो सतर्क रहें। URL को अच्छे से पढ़ें — f@cebook.com जैसी स्पेलिंग गड़बड़ी वाला लिंक फेक होता है।
2. कोई भी OTP या PIN शेयर न करें
Bank, UPI, या Paytm से जुड़ा कोई भी OTP कॉल पर शेयर करना आपके पैसे ले डूब सकता है। बैंक कभी कॉल पर OTP नहीं मांगता।
3. सरकारी ऐप्स और वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें
Google Play Store या App Store से ही सरकारी ऐप्स डाउनलोड करें। जैसे:
- Aarogya Setu
- mAadhaar
- DigiLocker
फर्जी ऐप्स आपके डाटा को चुरा सकते हैं।
4. सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी न फैलाएं
आपका जन्मदिन, स्कूल का नाम, और माता-पिता का नाम जैसी जानकारी फिशिंग अटैक को आसान बना सकती है।
5. सुरक्षित UPI ID और QR कोड का प्रयोग करें
पैसे भेजते समय UPI ID दो बार जांचें। QR कोड को सिर्फ भरोसेमंद सोर्स से ही स्कैन करें।
6. मजबूत पासवर्ड और 2FA का इस्तेमाल करें
हर ऐप और ईमेल पर दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) चालू करें। पासवर्ड में हमेशा अक्षर, अंक और विशेष चिन्ह (जैसे: @, #, $) शामिल करें।
7. ठगी होने पर तुरंत रिपोर्ट करें
- 1930 पर कॉल करें (National Cyber Crime Helpline)
- https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
- नजदीकी साइबर थाना या पुलिस स्टेशन में शिकायत करें
निष्कर्ष:
एक छोटा सा अलर्ट माइंडसेट आपको लाखों की ठगी से बचा सकता है। “सोच समझकर क्लिक करें” — यही आज का डिजिटल मंत्र है।